Akash Deep's 10-wicket haul Cheating controversy over Joe Root's wicket, India's Edgbaston win
Akash Deep Joe Root Wicket Controversy 2025: भारत ने एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ 2nd टेस्ट में 336 रनों की शानदार जीत हासिल कर पाँच मैचों की सीरीज़ को 1-1 से बराबर कर लिया। इस जीत में तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप की भूमिका अहम रही, जिन्होंने दूसरी पारी में 6/99 के आँकड़े के साथ अपने करियर का पहला 10-विकेट हॉल (मैच में 10/161) लिया। हालांकि, उनकी शानदार गेंदबाज़ी, विशेष रूप से इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज़ जो रूट के विकेट ने, एक अप्रत्याशित विवाद को जन्म दिया, जिसे सोशल मीडिया पर “धोखा” करार दिया गया। आकाश की इस उपलब्धि ने न केवल भारत की ऐतिहासिक जीत को रेखांकित किया, बल्कि उनके व्यक्तिगत संघर्ष और समर्पण को भी सामने लाया।
एजबेस्टन में भारत की ऐतिहासिक जीत
भारत ने 608 रनों का विशाल लक्ष्य निर्धारित किया, जिसका पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम अंतिम दिन 271 रनों पर ढेर हो गई। शुभमन गिल की पहली पारी में 269 और दूसरी पारी में 161 रनों की बल्लेबाज़ी ने भारत को मज़बूत स्थिति में पहुँचाया। लेकिन यह गेंदबाज़ों, विशेष रूप से आकाश दीप और मोहम्मद सिराज (पहली पारी में 6/70) की आक्रामकता थी, जिसने इंग्लैंड को घुटने टेकने पर मजबूर किया। यह जीत भारत की एजबेस्टन में पहली टेस्ट जीत थी, जहाँ पहले आठ प्रयासों में उन्हें सात हार का सामना करना पड़ा था।
आकाश दीप का जो रूट को आउट करने वाला जादुई डिलीवरी
आकाश दीप की दूसरी पारी में छह विकेटों में सबसे चर्चित था जो रूट का विकेट। उन्होंने क्रिज़ से बाहर की ओर गेंद डाली, जिसे रूट ने इनस्विंगर समझकर बल्ले का फेस बंद किया। लेकिन गेंद अचानक ऑफ स्टंप की ओर निकली और रूट को पूरी तरह चकमा देकर ऑफ स्टंप को उखाड़ दिया। यह डिलीवरी भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने “सपनों की गेंद” करार दिया।
“धोखा” का विवाद
जो रूट के आउट होने के बाद, कुछ प्रशंसकों और सोशल मीडिया यूज़र्स ने आकाश दीप की इस गेंद को “धोखा” करार दिया। दावों के अनुसार, गेंद की लाइन और मूवमेंट इतनी अप्रत्याशित थी कि यह बल्लेबाज़ को भ्रमित करने का एक “चालाक” प्रयास था। हालांकि, क्रिकेट विशेषज्ञों ने इसे शुद्ध कौशल और तेज़ गेंदबाज़ी की कला बताया। यह विवाद तब और बढ़ गया जब कुछ यूज़र्स ने गलती से आकाश के प्रदर्शन को मुकेश कुमार के साथ जोड़ दिया, जिसके लिए पूर्व क्रिकेटर मदन लाल को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया।
आकाश का 10-विकेट हॉल
आकाश दीप ने पहली पारी में 4/88 और दूसरी पारी में 6/99 के आँकड़े दर्ज किए। दूसरी पारी में उन्होंने बेन डकेट (25), जो रूट (6), हैरी ब्रूक (23), और जेमी स्मिथ (88) जैसे प्रमुख बल्लेबाज़ों को आउट किया। उनकी गेंदबाज़ी ने 1976 के बाद पहली बार किसी गेंदबाज़ द्वारा इंग्लैंड के शीर्ष पाँच बल्लेबाज़ों में से चार को एक पारी में आउट करने का रिकॉर्ड बनाया, जो आखिरी बार माइकल होल्डिंग ने किया था। यह उपलब्धि आकाश को वसीम अकरम, शेन वॉर्न, और ग्लेन मैक्ग्रा जैसे दिग्गजों की श्रेणी में ले आई।
व्यक्तिगत प्रेरणा
आकाश ने अपनी इस शानदार उपलब्धि को अपनी बहन को समर्पित किया, जो पिछले दो महीनों से कैंसर से जूझ रही हैं। Jio Hotstar पर चेतेश्वर पुजारा के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, “मैंने किसी से इस बारे में बात नहीं की, लेकिन मेरी बहन को दो महीने पहले कैंसर का पता चला था। यह प्रदर्शन उनके लिए है।” यह भावनात्मक खुलासा उनके प्रदर्शन को और भी प्रेरणादायक बनाता है। उन्होंने कहा कि हर गेंद डालते समय उनकी बहन की तस्वीर उनके दिमाग में थी।
शुभमन गिल का नेतृत्व
शुभमन गिल ने न केवल बल्ले से (430 रन, जिसमें 269 और 161 शामिल हैं) बल्कि कप्तानी में भी शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने आकाश दीप को दिन 5 पर गेंदबाजी के अंत को बदलने का अप्रत्याशित निर्णय लिया, जिसे नासिर हुसैन ने “अकल्पनीय” करार दिया। इस रणनीति ने आकाश को इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी को ध्वस्त करने में मदद की। गिल ने कहा, “जब आपके दो तेज़ गेंदबाज़ 17 विकेट लेते हैं, तो कप्तानी आसान हो जाती है।”
सिराज और आकाश की जोड़ी
मोहम्मद सिराज ने पहली पारी में 6/70 के साथ आकाश का शानदार साथ दिया। दोनों ने मिलकर 16 विकेट लिए, जिससे जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में भी भारत की गेंदबाजी मज़बूत रही। गिल ने पुष्टि की कि बुमराह लॉर्ड्स में तीसरे टेस्ट के लिए वापसी करेंगे, जिससे आकाश और सिराज में से किसी एक को बाहर करना एक कठिन निर्णय होगा। मोर्ने मोर्कल ने आकाश की स्टंप्स पर गेंदबाज़ी करने की शैली की तारीफ की, जो इंग्लैंड की परिस्थितियों के लिए उपयुक्त थी।
जो रूट के विकेट पर तकनीकी चर्चा
जो रूट का विकेट आकाश की गेंदबाज़ी का मुख्य आकर्षण था। गेंद ने क्रिज़ से बाहर की ओर शुरुआत की और फिर तेज़ी से ऑफ स्टंप की ओर मुड़ी, जिसने रूट को पूरी तरह चकमा दिया। कुछ प्रशंसकों ने इसे “नो-बॉल” होने का दावा किया, लेकिन रीप्ले में यह साफ था कि आकाश का पैर लाइन के पीछे था। ICC नियमों के अनुसार, यह एक वैध डिलीवरी थी, और विवाद जल्द ही तकनीकी कौशल की प्रशंसा में बदल गया।
आकाश का करियर अब तक
आकाश दीप, जिनका जन्म बिहार के देहरी में हुआ और कोलकाता में क्रिकेट की ट्रेनिंग ली, ने 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ रांची टेस्ट में डेब्यू किया था। केवल आठ टेस्ट में, उन्होंने अपनी तेज़ गति और सटीक लाइन-लेंथ से प्रभावित किया। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनकी बल्लेबाज़ी (31 रन, ट्रैविस हेड के खिलाफ) ने भी ध्यान खींचा। हालांकि, आर. अश्विन ने हाल ही में चयन प्रक्रिया की आलोचना की, यह कहते हुए कि गेंदबाज़ों को बल्लेबाज़ों की तुलना में कम मौके मिलते हैं, और आकाश को ऑस्ट्रेलिया में कम विकेट लेने के कारण बाहर किया जा सकता है।
एजबेस्टन की चुनौती
एजबेस्टन का पिच सपाट था, जिसने गेंदबाज़ों के लिए चुनौती पेश की। मोर्कल ने स्वीकार किया कि ऐसी सतह पर गलती की गुंजाइश कम थी। फिर भी, आकाश ने अपनी निरंतरता और आक्रामकता से इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को परेशान किया। उनकी गेंदबाज़ी ने बैज़बॉल रणनीति को प्रभावी रूप से नाकाम कर दिया, जिसे इंग्लैंड ने आक्रामक बल्लेबाज़ी के लिए अपनाया था।
गिल और आकाश का टकराव
दूसरे दिन, गिल ने आकाश को एक रन-आउट की स्थिति में “देख क्या रहा है?” कहकर डाँटा, जब आकाश ने मिड-विकेट पर धीमी प्रतिक्रिया दी। यह गिल की कप्तानी में पहला गुस्से का क्षण था। हालांकि, आकाश ने इसे सकारात्मक रूप से लिया और गेंदबाज़ी में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। यह घटना उनकी मानसिक मज़बूती को दर्शाती है।
इंग्लैंड की प्रतिक्रिया
इंग्लैंड के बल्लेबाज़ हैरी ब्रूक ने बीबीसी को बताया कि वे अभी भी जीत की उम्मीद रखते थे, लेकिन आकाश और सिराज की गेंदबाज़ी ने उनकी योजनाओं को विफल कर दिया। इंग्लैंड के गेंदबाज़ी कोच जॉन ट्रेस्कोथिक ने स्वीकार किया कि 608 रनों का लक्ष्य असंभव था। इंग्लैंड की गेंदबाज़ी, विशेष रूप से जोश टंग और ब्रायडन कार्स, सपाट पिच पर प्रभावहीन रही।
आकाश की तकनीक
आकाश की गेंदबाज़ी की खासियत उनकी स्टंप्स पर गेंद डालने की क्षमता है। मोर्कल ने कहा कि यह इंग्लैंड की परिस्थितियों में प्रभावी है, जहाँ गेंद को पूर्ण लंबाई पर रखना ज़रूरी है। आकाश ने नई और पुरानी गेंद दोनों के साथ कौशल दिखाया। उनकी गति, जो 140 किमी/घंटा तक पहुँचती है, और सटीक मूवमेंट ने उन्हें खतरनाक बनाया।
सिराज का योगदान
सिराज ने पहली पारी में जो रूट और जॉनी बेयरस्टो जैसे बल्लेबाज़ों को आउट किया। उनकी गति और निप-बैकर ने इंग्लैंड को शुरुआती झटके दिए। आकाश के साथ उनकी साझेदारी ने भारत को मज़बूत स्थिति में रखा। दोनों की आक्रामकता ने बुमराह की कमी को महसूस नहीं होने दिया।
लॉर्ड्स में चुनौती
गिल ने पुष्टि की कि बुमराह 10 जुलाई से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट में लॉर्ड्स में वापसी करेंगे। लॉर्ड्स की पिच पर अधिक मूवमेंट की उम्मीद है, जो बुमराह के लिए उपयुक्त होगी। लेकिन आकाश के इस प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं के लिए एक सुखद dilemma पैदा कर दिया है। क्या वे आकाश को बाहर करेंगे या सिराज को?
प्रशंसकों की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने आकाश की तारीफ की, लेकिन कुछ ने “धोखा” जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जो उनकी असाधारण गेंदबाज़ी को गलत तरीके से प्रस्तुत करता है। सचिन तेंदुलकर ने उनकी गेंदबाज़ी की प्रशंसा की, विशेष रूप से रूट के विकेट को “सीरीज़ की सर्वश्रेष्ठ गेंद” बताया। वीवीएस लक्ष्मण ने भी आकाश और सिराज की तारीफ की।
आकाश का प्रेरणादायक सफर
आकाश, जो एक छोटे से गाँव से हैं, ने अपने करियर में कई बाधाओं को पार किया। उनकी सादगी और “अनुशासन” जैसे पारंपरिक शब्दों का उपयोग उनकी ज़मीन से जुड़ी सोच को दर्शाता है। इंग्लैंड में हरी पिचों की उम्मीद के बावजूद, उन्होंने सपाट पिच पर असाधारण प्रदर्शन किया। उनकी यह उपलब्धि उनके कठिन परिश्रम का प्रमाण है।
इंग्लैंड की कमज़ोरियाँ
इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी दूसरी पारी में कमज़ोर दिखी। जेमी स्मिथ (88) और हैरी ब्रूक ने कुछ प्रतिरोध दिखाया, लेकिन आकाश की गेंदबाज़ी ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया। इंग्लैंड की गेंदबाज़ी भी भारत के बल्लेबाज़ों, विशेष रूप से गिल और रिषभ पंत (65), के सामने बेअसर रही। यह हार इंग्लैंड के लिए एक चेतावनी है कि उनकी बैज़बॉल रणनीति हर स्थिति में काम नहीं करती।
निष्कर्ष
आकाश दीप का एजबेस्टन में 10-विकेट हॉल भारत की ऐतिहासिक जीत का आधार बना। जो रूट का विकेट और उससे जुड़ा “धोखा” विवाद उनकी असाधारण गेंदबाज़ी कौशल का ही प्रमाण है। अपनी बहन के लिए समर्पित यह प्रदर्शन उनकी मानसिक मज़बूती और प्रतिभा को दर्शाता है। लॉर्ड्स में तीसरा टेस्ट आकाश और भारत के लिए एक और अवसर होगा अपनी श्रेष्ठता साबित करने का।